भीम-मीम और ब्राह्मण विरोधी नारे - संघर्ष या षडयंत्र ?

इन दिनों मैंने कई जगहों पर यह देखा की देश के अलग-अलग कोनों से भीम - मीम का नारा लगाने वाले ब्राह्मणों और क्षत्रियों के खिलाफ नारा लगा रहे हैं और देश छोड़ने की मांग कर रहे हैं। मैं यह ब्लॉग सिर्फ इसी मुद्दे के तह तक की बात आप सभी तक पहुंचने के लिए लाया हूं।

हम सभी ने अपने स्कूल में पढ़ा है और कई सारी फिल्मों में देखा है की अंग्रेजों ने भारत पर राज करने के लिए हमारे बीच में फूट डालने का काम किया और हमारे शासकों को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा कर के हम पर राज किया और इस फार्मूले को नाम दिया 'Divide and Rule' मगर कैसा लगेगा आपको अगर मैं कहूं की यह एक अधूरा तरीका था हमारे देश पर उनके राज करने का ? जी हां, मैं बात कर रहा हूं Lord Macaulay द्वारा British Parliament को लिखे गए उनके पत्र की जिसमे उन्होंने साफ वर्णन किया है - 'मैने इस देश के हर हिस्से का भ्रमण किया है उसे बारीकी से समझा है और मैने अभी तक एक भी भिखारी या चोर नहीं देखा है। यह लोग बहुत ही आधुनिक और संस्कारी हैं, इनकी संस्कृति और धर्म सर्वश्रेष्ठ हैं। मुझे नहीं लगता की हम कभी इस देश पर राज कर सकेंगे जब तक हम इस देश की रीढ़ यानी धर्म और संस्कृति को बदल नहीं देते इसलिए मैं यह सुझाव देता हूं की भारत के एजुकेशन सिस्टम को बदल दिया जाए जिससे उन्हें यह लगे की उनके पूर्वज हमसे (अंग्रेजों से) कम आधुनिक थे और अंग्रेज़ सबसे आगे थे।' Lord Macaulay का यह पत्र साफ दर्शाता है की हमारा धर्म, हमारी संस्कृति, हमारी सभ्यता सर्वोपरि थी, है और रहेगी। 

इसलिए हम सभी हिंदू भाइयों और बहनों को अंग्रेजों द्वारा बोए गए नफरत के बीज यानी Caste Discrimination से ऊपर उठ कर साथ आना होगा तभी हमारा धर्म, हमारी संस्कृति आने वाले हजारों सालों तक जीवित रहेगी। हम लोगों के बीच फूट डालने का काम विदेशी आक्रांताओं और दूसरे मजहब के लोगों ने सालों से किया है और करते आ रहे हैं परंतु हमे यह पता ही नही है की हमारे धर्म में Caste नहीं बल्कि वर्णों का उल्लेख है। वर्ण हमे हमारे कर्मों के आधार पर ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र में विभाजित करते हैं न की हमारे जन्म के आधार पर, इसी चीज का इस्तेमाल करके अंग्रेजों ने हमारे बीच Caste का ज़हर बोया जिसका फल हम आज भी भोग रहे हैं।

अब अंग्रेज़ तो हमारे देश में नहीं रहे मगर इस्लामिक कट्टरपंथी आज भी इसका इस्तेमाल हमारे धर्म के खिलाफ कर रहे हैं और हमे इसके खिलाफ खड़ा होना होगा। तो आज से ही यह प्रण लीजिए की आप सभी जातीय बाधाओं से ऊपर उठ कर अपने देश और अपने धर्म के लिए सबसे पहले खड़े होंगे और किसी भी बाहरी विचारधारा को अपने धर्म और संस्कृति को चोट nhi पहुंचने देंगे। 

हिंदू एकता जिंदाबाद✊ 🚩

जय श्री राम🚩🔱



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